________________ विषयानुक्रमणिका विषय पृष्ठाङ्क ... .. rrrrrrrrrr प्रमाणपत्र प्राक्कथन i-iii प्रस्तावना 1-16 2-8 8-10 * विषय प्रवेश . आचार्य देवसेन स्वामी का व्यक्तित्व समय एवं कृति निर्धारण * समकालीन आचार्य 10-16 16. प्रथम अध्याय 17-68. 18-19 20-47 आचार्य देवसेन की कृतियों में तात्त्विक विवेचन प्रथम परिच्छेद : सत् का स्वरूप . * द्वितीय परिच्छेद : तत्त्व का स्वरूप एवं भेद * तृतीय परिच्छेद : द्रव्य का स्वरूप एवं भेद * चतुर्थ परिच्छेद : द्रव्य के सामान्य एवं विशेष गुण * पञ्चम परिच्छेद : पर्याय का स्वरूप एवं भेद * निष्कर्ष 48-58 59-62 63-66 67-68 द्वितीय अध्याय 69-99 आचार्य देवसेन की कृतियों में नयात्मक दृष्टि * प्रथम परिच्छेद : नय का स्वरूप एवं भेद 70-87. iv Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org