________________ 'णमो उवज्झायाणं' मंत्र पद का रंग नीला है। इसका स्थान आनन्द केन्द्र है। पीला रंग शान्ति को प्रदान करने वाला है। यह रंग एकाग्रता को स्थिर करता है और कषायों को उपशान्त करता है। यह रंग आत्मा का साक्षात्कार कराने में सहयोगी है। इसकी अवधारणा हृदयस्थान पर की गई है। 'णमो लोए सव्व साहूणं' मंत्र पद का रंग काला प्ररूपित किया गया है। इसका स्थान शक्ति केन्द्र है। शक्ति केन्द्र पर काले वर्ण के साथ इस मंत्र की आराधना की / जाती है। काला रंग अवशोषण करने वाला है। यह बाहर के प्रभाव को अन्दर प्रवेश नहीं करने देता है। इसकी अवधारणा नाभिस्थान में की गई है। अब यहाँ कुछ मंत्रों को सारिणी के रूप में प्रदर्शित किया जाता है। जिसमें उन मंत्रों का ध्यान करने का फल भी प्ररूपित किया जा रहा है जो निम्न प्रकार से हैं क्र.सं. | मन्त्र मन्त्र का फल ह्रीं विद्यादायक क्ष्वीं विद्याकारक णमो सिद्धाणं पुण्य की प्राप्ति अ सि आ उ सा मोक्षमार्ग प्रकाशक नमः सर्व सिद्धेभ्यः सर्वकल्याणकारक णमो अरिहंताणं विद्याकारक ॐ णमो अरिहंताणं सुखकारक ॐ ह्रीं श्रीं अहँ नमः ज्ञानसाम्राज्य की प्राप्ति ह्रीं, ॐ ॐ ह्रीं हं सः अनाहत सुख की प्राप्ति श्री मद् वृषभादिवर्धमानान्तेभ्यो नमः संसार नाशक 272 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org