________________ 291. 288.. कम्मपयडी की टीका 289. वही 290. कम्मपयडी की टीका का भावानुवाद, गा. 70-74 कर्मप्रकृति, पृ. 167, गाथा 76 292. उत्तराध्ययन सूत्र, 32/19-23 तत्त्वार्थसूत्र, 8/15 294. श्रावक प्रज्ञप्ति, गाथा 28-30 प्रज्ञापना टीका, पद-23, पृ. 150 296. कर्मग्रंथ, 5/26-27 297. नवतत्त्व, गाथा 50-52 298. पंचम कर्मग्रंथ, गाथा 5/28-52 299. कम्मपयडी टीका 293. 295.. 300. वही 301. 302. 303. 304. 305. 306. 307. 308. 309. 'कर्मग्रंथ, गाथा 615 कर्मप्रकृति, पृ. 92-93, 155-160, 198-200 कम्मपयडी टीका ध्यानयोग एवं कर्ममीमांसा, पृ. 176 जैनदर्शन के मौलिक तत्त्व, पृ. 61 कर्मप्रकृति (कम्मपयडी टीकानुवाद), पृ. 14 जैनयोग का आलोचनात्मक अध्ययन, पृ. 1 युजवी योगे-हेमचन्द्र, धातुमाला, गण-7 युजिंच समाधि, गण-4 ध्यानयोग एवं कर्म-मीमांसा, पृ. 77 योगविंशिका योगविंशिका टीका स्थानांग सूत्र, 4/1; भगवती सूत्र 25/7; समवायांग सूत्र-4, उत्तराध्ययन सूत्र 30/35 आवश्यकनियुक्ति, 1462-1486 योगदर्शन-व्यास भाष्य, 2/15 योगश्चित्तवृत्ति निरोधः-योगदर्शन, 1/2 बौद्धदर्शन, पृ. 222 आश्रवनिरोधः संवरः-तत्त्वार्थसूत्र, 9/1 310. 311. 312. 313. 314. 315. 316. 317. 318. ___408 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org