________________ 108. 109. 110. 111. 112. 113. 114. 115. 116. 117. 118. 119. 120. 121. 122. 123. 124. कम्मपयडी टीका श्रावक प्रज्ञप्ति टीका, गा. 15 जीवप्राभृत, 25/1718 अभिधान राजेन्द्रकोश, 3/260 वही, 6/1448 ध्यानयोग एवं कर्ममीमांसा, पृ. 144 उत्तराध्ययन सूत्र, 33 सर्वार्थसिद्धि ध.पु. 1, पृ. 45 कम्मपयडी टीका वही, भावानुवाद, पृ. 11 - कर्मप्रकृति, गा. 62 कर्मग्रंथ, गा. 40 कम्मपयडी टीका वही, भावानुवाद, पृ. 13 सर्वार्थसिद्धि, 6/13 स्थानांग, 5/2/426; तत्त्वार्थसूत्र, 6/14 तत्त्वार्थसूत्र, 6/15; प्रथम कर्मग्रंथ, 56; कर्मप्रकृति 147; जैन सिद्धान्तकोश, 3/343 तत्त्वार्थवार्तिक, 6/14/3 प्रश्न राजवार्तिक, 8/10/2 जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश, 1/251 यद् भावाभावयोः जीवित मरणं तदायु। तत्त्वार्थवार्तिक, 8/102, पृ. 469 अभिधान राजेन्द्रकोश, 2/9-10 कम्मपयडी टीका कम्मपयडी टीका का भावानुवाद, पृ. 11 ध.पु., 10/233-234; अभिधान राजेन्द्रकोश, 2/9-10 तत्त्वार्थसूत्र, 2/52 धर्मसंग्रहणी, गा. 104 कम्मपयडी टीका अभिधान राजेन्द्रकोश, 2/24 कम्मपयडी टीका भावानुवाद (कर्मप्रकृति), पृ. 13 125. 126. 127. 128. 129. 130. 131. 132. 133. 134. 135. 136. 137. 402 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org