________________ 260. अभिधान राजेन्द्र कोष, पृ. 471 261. न्यायालोक, तृतीय प्रकाश, उपाध्याय यशोविजय, पृ. 327 262. तत्त्वार्थ सूत्र, 5/22 263. लोकप्रकाश, भाग-4, सर्ग-28, गाथा-6 264. उत्तराध्ययन सूत्र (वत्तणा लक्खणो काल), अध्याय 28/10 265. बृहद् द्रव्य संग्रह, गाथा 21, पृ. 70 266. द्रव्य गुण पर्याय रास, ढाल 20, श्लोक-173 267. अनुयोग हारिभद्रीय वृत्ति, पृ. 60 * 268. तत्त्वार्थ टीका, पृ. 225 269: न्याय खंडन खंडरवाद्य, पृ. 629 270. महापुराण (वर्तते द्रव्य पर्याय, तस्य वर्तयिता काल), पृ. 312 * 271. धर्मसंग्रहणी टीका, प्रथम भाग, पृ. 36 272. लोकप्रकाश, भाग-4, स. 28, गाथा-5 273. धर्मसंग्रहणी टीका, पृ. 38 274. लोकप्रकाश, भाग-4, गाथा 11-25 275. द्रव्य गुण पर्याय रास, गाथा-3, पृ. 480, ढाल-10 276. षड्दर्शन समुच्चय टीका, पृ. 251 277. तत्त्वार्थ सूत्र, अध्याय 5/38 278. वही, अ. 5/39 279. जैन दर्शन : मनन और मीमांसा, पृ. 193 280. द्रव्यसंग्रह, गाथा 21-22 281. तीर्थंकर मासिक, अप्रैल 1986, वर्ष 15, अंक-180, पृ. 8 282. न्यायाकारिकावली-45, वैशेषिक दर्शन, 2/2/6-10 283. सांख्यकौमुदी 33 284. न्यायाकारिका, 46 285. वैशेषिक दर्शन, 2/2/6 286. अट्टशालिनी, 1/3/16 287. जैन तत्त्वमीमांसा एवं आचार-मीमांसा, पृ. 68 288. हिस्टरी ऑफ फिलोसोफी, पृ. 166 289. फिजिक्स, 4/2/2009 290. कन्फेसन्स, 11-14 190 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org