________________ 136. जीवाजीवाभिगम सूत्र, प्रथम पद, पृ. 5 137. अनुयोग मलधारीय वृत्ति, पृ. 17 138. स्थानांग टीका, स्थानक-4, उद्देशक-1, सूत्र-252 139. पंचास्तिकाय, गाथा-5 . 140. पंचास्तिकाय तात्पर्यवृत्ति, पृ. 19 141. श्रीभगवती सूत्र, शतक-18, उद्देशक-7 142. अंग यविदठ सुताणि भगवई, शतक-2, उद्देशक-10, सूत्र-117 143. वही, शतक-2, उद्देशक-10, सूत्र-118 144. व्याख्याप्रज्ञप्ति शतक-13, उद्देशक-4 145. लोकालोक व्यवस्थानुपयते, पृ. 130, प्रतापना पद-1 146. प्रज्ञापना सूत्र, प्रथम पद, पृ. 20 147. अनुयोग हारिभद्रीयवृत्ति, पृ. 41 148. अनुयोग मलधारीय वृत्ति, पृ. 67 149. जैन सिद्धान्त दीपिका, 1/14 150. न्यायालोक महो यशोविजय, तृतीय प्रकाश, पृ. 320 151. वही, तृतीय प्रकाश, पृ. 321 152. जैन सिद्धान्त दीपिका, 1/15 153. न्यायालोक महो यशो, तृतीय प्रकाश, पृ. 322 154. वही, पृ. 823 155. जीवाजीवाभिगम टीका, पृ. 6 156. समवायांग वृत्ति, स्थानक-5, उद्देशक-3, सूत्र 174 157. श्रीभगवतीजी सूत्र, शतक-13, उद्देशक-4 158. उत्तराध्ययन सूत्र, अध्याय 28/9 159. उत्तराध्ययन बृहट्टीका, पृ. 571 160. श्री स्थानांग सूत्र, स्थानक-5, उद्देशक-3, सूत्र 441 161. स्थानांग वृत्ति, पृ 4571 162. प्रज्ञापना टीका, पृ. 20 163. बृहद्रव्यसंग्रह, गाथा 17-18 164. पंचास्तिकाय, गाथा 91-93 165. प्रशमरति, गाथा 215 166. अनुयोग मलधारीयवृत्ति, पृ. 67 186 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org