________________ 42. भगवती सूत्र, 13-55 43. दशवैकालिक टीका, पृ. 58 44. पंचम कर्मग्रंथ, गाथा 5/97 45. श्री भगवतीसूत्र, श्लोक-13, उद्देशक-4 46. आवश्यक अवचूर्णि, पृ. 33 47. अनुयोगवृत्ति, पृ. 76 48. लोकप्रकाश, सर्ग-1218 49. वही, सर्ग-1218 50. शांत सुधारस भावना 51. आवश्यक नियुक्ति शिष्यादिता टीका, पृ. 50 52. स्थानांग समवायांग सूत्र, पृ. 563 टिप्पण 53. बृहत्संग्रहणी, गाथा-137 54. लोकप्रकाशान्तर्गत अभिप्राय, भाग-2, सर्ग-12, पृ. 2, 3 55. अनुयोगवृत्ति हारिभद्रीय, पृ. 77 56. अनुयोग मलधारीय वृत्ति, पृ. 77 57. लोकप्रकाश, गाथा 9-14 58. शान्त सुधारस, ढाल-11, श्लोक 2-5 59. Disctionary English and Sanskrit-Monier Willams, p. 821 60. भगवती सूत्र, 4/20 61. हरिवंश पुराण, 4/32 62. कार्तिकेयानुप्रेक्षा, पृ. 115 63. भारतीय सृष्टिविद्या, पृ. 11 64. स्थानांग सूत्रस्थान-4, सूत्र 259 65. सर्वार्थसिद्धि, 5/10 66. भगवती सूत्र, 5/51 67. योगशास्त्र, गाथा 4/106 68. लोकप्रकाश, गाथा-6 69. तत्त्वार्थ भाष्य, गाथा-6 70. भगवती सूत्र, पृ. 158 71. स्थानांग सूत्र, सूत्र-163, 286, 498, 600, 604 72. (क) तत्त्वार्थ सूत्र, अध्याय 511-10-11 (ख) प्रज्ञापना देवाधिकार 183 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org