________________ hine PAavaraa/waan नवकार-नवकार खमासण-खमासमण इरिअ-इरियावहिना सकत्थ-शक्रस्तव आइ-आदि / देडेमु-दंडकने विषे वना-अक्षर पणिहाणेमु-मणिधानने विषे | सोलसयसीयाला-शोलसेंने | अदुरुत्त-बीजी वार अणउचर्या / सुडतालीश इअ नवकारखमासण, इरियसकत्थआइदंडेसु // पणिहाणेसु अ अदुरु, त्तवन्नसोलसय सीयाला // 27 // B/SAMANDVANDNAGems i V95//aruaaivaraanwave शब्दार्थ-ए प्रमाणे नवकार, खमासमण, इरियावहि, शक्रस्तवादि दंडकमां अने प्रणिधानमा एम सर्व मली फक्त एकवार उच्चार करेला अक्षरो सोलसोने सुडताली थाय छे. // 27 // विस्तारार्थः-ए पूर्व कह्या जे अदर ते अनुक्रमें अमश अदर नवकारने विषे जाणवा, अट्ठावीश अदर खमासमणने विषे जाणवा, तथा एकशो नवाणुं अदर शरिया वहियाना गमि काउस्सग्गं खगें जाणवा. 1200 अदर शकस्तवादिक पांच दमकने विषे अनुक्रमें जाणवा. imaevanaDVANDAR/De/ inin Education international For Personal & Private Use Only www.ainelibrary.org