________________ प०भा० पलभ // 2657 mavasaayaNavanavamavasareile/e/Saamaan आ पुस्तक प्रसिद्ध करवामां गुरूणीजी महाराज श्री श्री श्री सरूपश्रीजी तथा गुरूणीजी साहेब श्री शणगारश्रीजोनी शिष्या साधवीजी महाराज श्री जिनश्रीजी तथा कमलश्रीजीना उपदेशथी मास्तर हवीशंग फूलचंद हस्तक नीचे लखेला मानवंता नाश्यो तथा बेनो तरफथी नीचे लखेली मदद मली ले ते मोटा उपकार साथे स्वीकारीए बीए. रुपीआ. सहाय्यकोनां नाम / 10 शेठ. केशुरामजी सीतारामजी हीमतमल मु. शीवगंज | 15 बाइ हस्तु शा. माणेकचंदजी कृपाजी मु. अंकलेश्वर 15. शेठ, खुशालचंदजी भूवुतमलजी मु. देलदर / 10 शा. जागाजो डाह्याजी हा. बाइ रुपा. मु. खंजेद. 50 बाइ वनीवाइ मु. धणीवाळा. |280 मधेथी 270 मळ्या छे. . 25 बाइ सोनीवाइ शा. परतापजीनी विधवा. मनोवी. | 75 साधवीजी उत्तमश्रीजीनीशिष्या निधानश्रीजीना उप२० शा. कीश्नाजी जोधाजी मु. सुरत. रु.३४५ देशथी पाथावाडावाळा देषराज आणंदजी तरफथी. meanevaadeeaaaaaaaaaaaaaaaaaaa/POSED / 165 // Jain Education International For Personal & Private Use Only www.ainelibrary.org