________________ est/ नली परे विचारवं, जे माटे निर्विकृतिक अनेक नेदे . ते बहुश्रुतनी आचरणा परंपराथी जाणवां. // 37 // हवे केटलीएक वस्तुनां नाम उत्तम अव्य कह्यां बे, ते. देखामे डे. तिल-तेलथी | रायण-रायण डोलीतिल्लाइमा-डोली तेल | सरमुत्तमदव्य-सरसउत्तमद्रव्य सकुलि-सांकली अंबोइ-आंबादिक वरसोलाइ-वरसोला कहीये | दरूखवाणाइ-दाखवाणीप्रमुख - तिल सकुलि वरसोलाई, रायणंबाइ दख्खवाणाई // रायण-रायण डोलीतिल्लाइ डा -लेपकृत। / Pranavmeenawanpravasana/OEM/ODAED/DARJAGHVAN / / डोलि तिल्लाईया, सरसुत्तम दव लेवकडा // 38 // / / शब्दार्थ-तलसांकली, वरसोला विगेरे, रायण, केरी, दाखवाणि विगेरे, डोलीया विगेरेनां तेल. ए सर्वने सरस उत्तम द्रव्य कहेवाय अथवा लेपकृत द्रव्य पण कहेवाय. // 38 // / Jan Education international For Personal & Private Use Only www.ainelibrary.org