________________ Mavaavarsaasansoamasomesanevanm/wazameena बाज। अष्टोपचार एटले 1 कुसुम 2 स्कह 3 गंध 4 पश्व 5 धूव 6 नेवेक जल 7 फ-| लेहि पुणो, // अविह कम्म महणी, अछुवयारा हवश पूया // 1 // इति आवश्यकनियुक्तिवचनं ए आठ प्रकारें पूजा जाणवी.. त्रीजी सर्वोपचारा एटले सर्वोपचारपणे पूजा ते प्रणाम मात्रादिक सर्व लोकोपचार विनय | ते सर्वपूजा जाणवी. अथवा जेटली वस्तु मले तेणे करीने पूजा करवी, ते सर्वोपचारपूजा जाणवी. | तिहां 1 न्हवण, 2 विलेपन, 3 देवकुष्यवस्त्र, तथा चकुयुगल, 4 वासपूजा, 5 फूलपगर, 6 फूल- | माल, 7 बूटां फूल, चूर्णघनसारादि, तथा श्रांगी रचनादि, ए ध्वजारोपण, 10 आनरण, 11 फूलघर, 15 फूलनो मेघ, 13 अष्टमंगल रचना, 14 धूप दीप आरती मंगल दीपादिक नैवेद्य ढो. कन, 15 गीतगान, 16 नाटक, 17 वाजित्र. ए सत्तर प्रकारें पूजा, तथा वली 1 प्रकारें पूजा, तेनां नाम कहे . 1 स्नात्र, 2 विलेपन, 3 जूषण, 4 फल, 5 वास, 6 धूप, दीप, G फूल, ए| तेंदुल, 10 पत्र, 11 पूगी, 12 नैवेद्य, 13 जल, 14 वस्त्र, 15 उत्र, 16 चामर, 17 वाजिंत्र, 17 PDotoanus/app/ARasanaDasivaba/80saaND D inin Education international For Personal & Private Use Only www.ainelibrary.org