________________ emeses/es/esmawatsapmomdaowance जे पिंम अने द्रव्य रूप बेहु विगर्नु पच्चख्खाण करे तेहने नव श्रागार जाणवा, अने जे एकली द्रव्य विगश्मानो नियम करे तेने जख्खित्तविवेगेणं ए श्रागार तेने मूकीने वाकीना आठ श्रा| गार होय // 17 // तेना यंत्रनी स्थापना श्रागल करी बे. हवे प्रत्येक पच्चख्खाण संबंधी आगारोनां नाम कही देखामे . अन्न-अन्नथ्यणाभोगेणं / पच्छ-पच्छन्न कालेणं पोरिसि-पोरिसि सत्त-सात सह-सहस्सा गारेणं दिसय-दिसा मोहेणं छ-छ स-सहित साहु-साहुवयणेणं [गारेणं सट्टपोरिसि-सार्द्ध पोरिसि | महत्तरा-महत्तरा गारेणं नमुकारे-नवकारसिना . . | सब-मुन्न समाहिवत्तिया | पुरिमढे-पुरिमट्ट अन्नसहदुनमुक्कारे, अन्न सह पच्छ दिसय साहु सव्व // Patodnavsaomapnacapac/decorated/dAAAG पोरिसि छ सपोरिसि, पुरिमड़े सत्त समहत्तरा // 18 // Jan Education internation For Personal & Private Use Only www.ainelibrary.org