________________ Vaatio/R/PR/ प०भा० आमलां, मरी, पीपलीमूल, पीपर, अजमोद, आजो, काजो, काथो, कुलिंजर, कसेलो, कयसेलियो, // 123 // || मोथ, जेठीमध, पुष्करमूल, एलची, बावची, चिणिकबाब, कपूर, तज, तमालपत्र, नागकेसर, | केशर, जायफल, लविंग, हिंगुलाष्टक, हिंगुत्रेवीसो, संचल, सैंधव, यवखार, खयरसार, कोठवली, गोली सर्व जातिनी अशनादिमां न नले तेवी जाणवी, सर्व जातिनां दातण, तुलसी पत्र, श्रीपत्र, खार, सवा, मेथी, गोमूत्रादिकना कीधा अन्नमेलादिकनी गोलीयो, चित्रो, पिंमार्थ, को एक तो पिंमार्थने खजुर कहे . परंतु ग्रंथांतरे एने जे सूरणादि कंदनां खारचूंदां करे , | तेने कहे . कपूर, कचूरो, त्रिगम, पंच पटोल, विमतवण, इत्यादिक अनेक जातिना स्वादिम थाहार जाणवा. - तथा मधु एटले मध अने गोल, खांम, साकर तथा तंबोलादिक ते विविध जातिनो तंबोल नागरवेलीनां पान तया सोपारी प्रमुख ए पण स्वादिम जाणवा. हवे अणादार वस्तु कहे . जे पूर्वे कहेला चारे आहार मांहेला कोइ पण आहारमा /meenasarameramawatasomawwantaM DayanayamawaragamaVAAMVImavaluatputetnapostnews/ // 123 // in Education International For Personal & Private Use Only wwwny