________________ प०भा० पभा WRawa/awanSSIBawaom/asaaraavaaaaaa कने विषे विग, नीवी अने आयंबिल ए त्रण पच्चख्खाण जाणवां. तथा त्रीजा स्थानकने विषे त्रिकादिक एटले एकासण, बीयासण ने एकलगणादिक, एत्रण पच्चख्खाण जाणवां, तथा चोथा स्थानकने विषे पाणस्स लेवेण वा अलेवेण वा इत्यादि अचित्त पाणीना श्रागार जाणवा, तथा पांचमा स्थानकने विषे देशावकाशिकादि पच्चख्खाण जाणवां // 6 // ए पांच स्थानक मांहेला प्रथमादि स्थानकना पृथक् पृथक्नेद कहे . नमु-नमुक्कारसी / अबढ़-अवठ्ठ, त्रण पहोर | निवि-निवी | दु-बेआसणुं: पोरिसि-पोरिसि अंगुठमाइ-अंगुष्ट सहितादिक विगइ-विगइ इगासण-एकासगुं सट्टा-सार्द्ध पोरिसि, दोढपहोर अड-आठ . अंबिल-आयंबिल एगठाणाइ-एकलठाणादिक पुरिम-पुरिमट्ट, बे पहोर तेर-तेर। तिय-त्रण // 115 // नमु पोरिसी सट्टा, पुरिम वढ अंगुठमाइ अडतेर // निवि विगइ अंबिलतिय, तिय दुइगासण एगठाणाई॥७॥ in Education national For Personal & Private Use Only www any