________________ गु०भा० गु०भा० // 104 // assistant करे, पबी (6) बे वादणां देने (7) देवसियं आलोए. पनी (0) बे वांदणां देश्ने, (ए) देवसियं खामवू करे, पडी (10) चार खमासमणां देश नगवानादिक चारने वांदी पड़ी आदेश मागीने (11) देवसियपायबित्तविसोहण चार लोगस्सनो काउस्सग्ग करी आदेश मागीने (12) बे खमासमणे सद्याय करे, एटले एक खमासमणे सजाय संदिसाई, बीजे खमासमणे सहाय करूं. इति संध्यावं दनकविधिः समाप्तः ए बावीशमुं हार प्रान्नातिकवंदन तथा संध्यावंदन मली बे विधियें करी बे| प्रकारचें कडं. उत्तर नेद ४ए थया // 3 // एयं-ए जुजंता-प्रयुंजता आउत्ता-आयुक्त कम्म-कर्मने [ना संचित कि इकम्म-वांदणा चरणकरणं-चरणसित्तरी | साहू-साधु अणेगभवसंचिय-अनेक भवविहि-विधि __ तथा करण सित्तरि / खवंति-क्षयकरे अणंतं-अनंताकालना एयं किइकम्मविहिं, जुजंता चरण करण माउत्ता॥ साहू खवंति कम्म, अणेगभवसंचियमणंतं // 40 // // 104 // Jain Education International For Personal & Private Use Only www.ainelibrary.org