________________ 3D dowanm/areasantewana/RBae/am/aawaraavan चउरो धुइ-चार स्तुति कहेबान अ-वली . गुणवीस दोस-ओगणीश दोपर्नु थुष-स्तवन निमित्तह-निमित्त आठ सोळ आगारा-शोल भा- उस्सग्गमाण-काउस्सगना | अ-वली बारहोऊ-बार हेतु गारर्नु प्रमाणनं | सगवेला-सातवेला कर, चउरो थुइ निमित्तह-बारह हेउअ सोल आगारा // गुणवीसदोसउस्स-ग्गमाणथुत्तं च सगवेला // 4 // शब्दार्थ-१६ चार प्रकारनी स्तुति, 17 पापक्षपणादिक आठ निमित, 18 फल साधवाना चार हेतु अने 19 - | | पवादथी सोल आगार, 20 काउस्सग्गमा ओगणीश दोष, 21 काउस्तग्गनुं प्रमाण, 22 वीतरागनी स्तुति अने 21 दर रोज सात वखत चैत्यवंदन-॥४॥ | विस्तारार्थ-सोलमुंचार स्तुति कहेवार्नु द्वार कहीश,सत्तरमुं देव वांदवामां पापक्षपणादिक निमित्त |श्रा , तेनुं द्वार कहीश, बढारमुं फल साधवा निमित्तें बार हेतुर्नु द्वार कहीश, वली उंगणी|| शमुं अपवादें काउस्सग्गना सोल आगारनुं द्वार कहीश, वीशमुं काउस्सग्गमा उंगणीश दोष mmen/aavada/IAaPaom/u/amwalewaaamanad For Personal Private Lise Only