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प्रो. सागरमल जैन एवं डॉ. सुरेश सिसोदिया : 227
47. अन्नल्स ऑफ दी भण्डारकर रिसर्च इनस्टीट्यूट पत्रिका, 23,
पृ.1221 48. भारतीय संस्कृति और अहिंसा - पृ. 57 49. तद्धैतद् घोरं अगिरसः कृष्णाय देवकीपुत्राये। तत्वोवाचाडपियाझा एवं
सं बभूव, सोडन्त वेलायामेमत्ययं प्रतिपद्येताक्ष तमस्य चयुतमसि प्राणसंसीति।
- छान्दोग्योपनिषद् प्र.3, खण्ड 18। 50. अन्तकृत्दशासूत्र, वर्ग 5, अध्ययन - 1 51. भगवती शतक 5, उद्देशक - 4 52. डॉ. नेमिचन्द शास्त्री - प्राकृत साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास,
पृष्ठ 176
- पूर्व प्रभारी एवं शोधाधिकारी आगम, अहिंसा-समता एवं प्राकृत संस्थान,
पद्मिनी मार्ग, उदयपुर
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