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आगम संस्थान ग्रन्थमाला : 19
समियाए धम्मे आरिएहिं पव्वइये
अंग साहित्य : मनन और मीमांसा
दिक
प्रो. सागरमल जैन डॉ. सुरेश सिसोदिया
सव्वत्थेसु समं चरे सव्वं जगं तु समयाणुपेही पियमप्पियं कस्स वि नो करेज्जा सम्मत्तदंसी न करेइ पाव
सम्मत्त दिट्ठि सया अमूढे समियाए मुनि होइ
आगम, अहिंसा-समता एवं प्राकृत संस्थान उदयपुर