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चतुर्थ अध्याय देवों के प्रकार (निकाय) नाम | वनवास व्यंतर ज्योतिषी यवमानिक स्वरूप जो भवनों में | जिनका नाना | जो ज्योतिर्मय | जो विमानों में निवास करते हैं। प्रकार के देशों में विमानों में निवास करते हैं|
निवास है निवास करते हैं भेद . 10
8 5 12 (कल्पोपपन्न तक) भेदों
देखिए सूत्रार्थ के नाम 10
11 12 1 प्रत्येक के 10 8810 सामान्य
(त्रायस्त्रिंशव | (त्रायस्त्रिंशव | भेद(इन्द्र,
लोकपाल को | लोकपाल को सामानिक
छोड़कर शेष | छोड़कर शेष आदि)
सभी) सभी), . 10 सामान्य भेद
दृष्टांत
राजा सामानिक
पिता, गुरु, उपाध्याय त्रायस्त्रिंश
मंत्री, पुरोहित पारिषद
सभा सदस्य (मित्र, परिजन) आत्मरक्ष
अंगरक्षक लोकपाल
कोतवाल अनीक
सात प्रकार की सेना प्रकीर्णक
नगरवासी आभियोग्य
हाथी - घोड़ा आदि वाहन किल्विषिक चाण्डालादिक
दष्टात
इन्द्र
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