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तृतीय अध्याय
| तीर्थंकरों की गणना ।
कम से कम- ज्यादा से ज्यादा पाँच विदेह | 20 (8 नगरियों के बीच में 1) 160 (32 नगरियों में
प्रत्येक में 1) पाँच भरत पाँच ऐरावत | कुल 20
170 .. ...
त्रिकाल चौबीसी . 5 भरत
5 5 ऐरावत . + 5 = 10 भूत, भविष्य एवं वर्तमान सम्बन्धी x3 = 30 चौबीस तीर्थंकर अढ़ाई द्वीप की त्रिकाल चौबीसी = 720
_
x24
तीन लोक के अकृत्रिम चैत्यालय
लोक का नाम । अकृत्रिम चैत्यालय अधोलोक
7,72,00,000 ऊर्वलोक
84,97,023 मध्यलोक
458 कुल
8,56,97,481
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