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नवम अध्याय
207
वितर्कः श्रुतम्।।43॥ सूत्रार्थ - वितर्क का अर्थ श्रुत है।।43।।
वीचारोऽर्थव्यंजनयोगसंक्रान्तिः।।44।। सूत्रार्थ - अर्थ, व्यञ्जन और योग की संक्रान्ति वीचार है।।44।।
वितर्क
= श्रुत = विशेष रूप से तर्कणा
या विचार करना = संक्रान्ति = परिवर्तन (पलटना)
किसका
वीचार
अर्थ व्यञ्जन द्रव्य और पर्याय वचन या शब्द
योग मन, वचन या काय की क्रिया
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