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चौपाये एक करोड़ पूर्व वर्ष, जघन्य मध्यम और उत्कृष्ट भोगभूमि के मनुष्य तथा तिर्यंचों की क्रम से एक पल्य और तीन पल्य तथा कुभोगभूमिज मनुष्य और तिर्यंचों की एक पल्य प्रमाण उत्कृष्ट स्थिति है।
अध्याय 3
अभ्यास प्रश्न1. नरक की पृथिवियाँ कौन-कौन सी है तथा उसके अवस्थान कैसे हैं? 2. नरक में कौन उत्पन्न होते हैं? 3. नारकियों के विविध प्रकार के कष्टों का सविस्तार वर्णन करो? 4. जम्बूद्वीप का सविस्तार वर्णन करो ? 5. कुलाचलों का सविस्तार वर्णन करो? 6. सरोवरों का सविस्तार वर्णन करों? 7. महानदियाँ कितनी हैं और वें कहां-कहां बहती हैं ? 8. क्षेत्र एवं समुद्रों के आकार, विस्तार एवं अवस्थान का वर्णन करो? 9. काल परिवर्तन कहाँ-कहाँ पर होता है तथा षट्काल का वर्णन करो? 10. भरतादि क्षेत्र में आवास करने वाले मनुष्यों की उत्कृष्ट एवं जघन्य आयु ___का वर्णन करो? 11. मनुष्य क्षेत्र की सीमा कहां तक है ? 12. मनुष्यों के भेदों का वर्णन करो? 13. कर्मभूमि एवं भोगभूमि कहाँ-कहाँ पर है ?
धातु पाषाण की मूर्ति को भगवान बनाने की अपेक्षा उनकी कृति स्वरूप बच्चों को भगवान बनाना श्रेष्ठ है।
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