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२ कर्म-विज्ञान : कर्म का अस्तित्व (१).
(कर्म का अस्तित्व)
१. आत्मा का अस्तित्व : कर्म-अस्तित्व का परिचायक २. जहाँ कर्म, वहाँ संसार ३. कर्म-अस्तित्व के मूलाधार : पूर्वजन्म और पुनर्जन्म-१ ४. कर्म-अस्तित्व के मूलाधार : पूर्वजन्म और पुनर्जन्म-२ ५. परामनोवैज्ञानिकों की दृष्टि में पुनर्जन्म और कर्म ' ६. प्रेतात्माओं का साक्षात् और सम्पर्क : पुनर्जन्म का साक्षी ७. कर्म-अस्तित्व की सिद्धि जगत्-वैचित्र्य ८. विलक्षणताओं का मूल कारण : कर्मबन्ध ९. कर्म का अस्तित्व विभिन्न प्रमाणों से सिद्ध १०. कर्म का अस्तित्व कब से और कब तक ? ११. कर्म के अस्तित्व के प्रति अनास्था अनुचित
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