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नवम मुद्रा त्रिक प्र.495 मुद्रा शब्द से क्या लात्पर्य है ? उ. हस्त आदि शरीर के अवयवों का आकार विशेष । देववंदन, ध्यान,
सामायिक आदि करते समय मुख व शरीर की जो निश्चल आकृति की
जाती है, उसे मुद्रा कहते है। प्र.496 मुद्रा त्रिक के नाम बताइये ? उ. - 1. जिन मुद्रा 2. योग मुद्रा 3. मुक्ता शुक्ति मुद्रा । प्र.497 जिन मुद्रा किसे कहते है ? उ. दोनों पैरों के बीच आगे की ओर चार अंगुल एवं पीछे की ओर चार अंगुल
से कुछ कम अंतर रखते हुए कायोत्सर्ग करना, जिन मुद्रा कहलाती है। . इसे कायोत्सर्ग मुद्रा भी कहते है। प्र.498 जिन मुद्रा कहाँ-कहाँ की जाती है ? उ. प्रतिक्रमण, चैत्यवंदन, कायोत्सर्ग आदि में खड़े-खड़े करने योग्य सर्व ___क्रियाओं में की जाती है। प्र.499 विघ्न विजेता मुद्रा किसे कहते है ? उ.. जिन मुद्रा को विघ्न विजेता मुद्रा कहते है। प्र.500 योग मुद्रा किसे कहते है ? उ. दोनों हाथों की अंगुलियों को एक दूसरे के बीच अंतरित करके, कमल
कोष का निर्माण करते हुए हाथ जोड़कर दोनों कुहनियों को पेट पर स्थापित करने से बनने वाली मुद्रा, योग मुद्रा कहलाती है। यह अहंकार का नाश व विघ्नों को उपशांत करने में समर्थ होती है।
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++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++ चैत्यवंदन भाष्य प्रश्नोत्तरी
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