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प्राक्शिरः शयने विद्या, धनलाभश्चदक्षिणे । पश्चिमे प्रबला चिन्ता, मृत्युहानिस्तथोत्तरे ।। पूर्व दिशा में मस्तक रखकर सोने से विद्या की प्राप्ति होती है। दक्षिण में मस्तक रखकर सोने से धन और आरोग्य लाभ होता है। पश्चिम में मस्तक रखकर सोने से प्रबल चिन्ता होती है । उत्तर में मस्तक रखकर सोने से मृत्यु और हानि होती है ।
अन्य ग्रंथों में शयनविधि के विषय में और भी बातें सावधानी के तौर पर बताई गई हैं । १. मस्तक और पाँव की ओर दीपक रखना नहीं। बायीं या दायीं ओर कम से कम ५ हाथ दूर दीपक रखना चाहिये ।
२. सोते वख्त मस्तक दीवार से कम से कम ३ हाथ दूर होना चाहिये ।
३. पाँव की ओर खांडनी - सांबेला नहीं रखना । ४. संध्याकाल में निद्रा नहीं लेनी ।
गुड नाईट - 7
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