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अभक्ष्य होती है।
* द्विदल
• फट जाये तो? जानकारों से पता चलता है कि यदि छाछ में नमक या चावल का आटा डालकर हिलाते रहें तो उबालते वक्त छाछ फटती नहीं, ठीक इसी तरह रायता आदि में भी पकौड़ी डालने के पहिले छाछ को उबालनी चाहिये वरना अभक्ष्य होती है और अनगिनत जीव पैदा होते हैं। सामूहिक भोजन (स्वामीवात्सल्य) में दहीं बड़ा नहीं बनाना चाहिए कारण कि दही बराबर गर्म नहीं होता है।
द्विदल खाना विरूद्धाहार है इससे कोढ़ रोग होता है। ऐसा आयुर्वेद में कहा हैं ।
मैथी के थेपले, खमण, पनोली वगैरह में दहीं छाछ का उपयोग गर्म करके ही करना चाहिए वर्ना द्विदल का भयंकर पाप लगता है।
• मूंग एवं सेव के ऊपर कच्चा दहीं डालने से द्विदल होता है इसलिए अभक्ष्य हैं ।
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गुड नाईट - 65
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