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है। जैसे कि "अ आ ई उ ऊ" से शुरू होने वाले नाम वाले व्यक्ति को वासुपूज्य स्वामी है तो ग और भ से शुरू होने वाले को पार्श्वनाथ है, इस तरह सभी नाम से अलग-अलग भगवान आते हैं। जाप भी अपनी राशि के भगवान के नाम का करने से तुरंत फलदायी होता है ।
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(१) घर में कांटे वाले कैकट्स आदि वृक्ष रखने का निषेध है (पूजा हेतु गुलाब के सिवाय) (२) वृक्ष और जिनमंदिर के ध्वजा की छाया दिन के दूसरे तीसरे प्रहर में घर पर नहीं पड़नी चाहिये । बाकि समय ध्वजा की छाया शुभ है। (वास्तुसार गा. १४३)
(३) असती पोषण का निषेध होने से शौक के खातिर कुत्ते, बिल्ली, तोता, मैना आदि नहीं रखने चाहिये ।
गुड नाईट - 22
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