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________________ कहीं मुनक्षा न जाए....90 आलोचना लेने से बने चमकते सितारे कामलक्ष्मी स्वयं के बालक को रखकर पानी भरने गई थी। 1 माता पुत्र केवलजानी बने... 4955 लक्ष्मीतिलक नगर में एक दरिद्र वेदसार नामक ब्राह्मण था। उसकी पत्नी का नाम कामलक्ष्मी था। वेदसार ब्राह्मण के वेदविचक्षण नाम का पुत्र था। प्रतिपक्षी राजा ने लक्ष्मीतिलक नगर पर आक्रमण कर दिया। कामलक्ष्मी पानी भरने के लिए नगर के बाहर गई थी। आक्रमण के कारण नगर के दरवाजे बन्द कर दिये। अतः कामलक्ष्मी बाहर ही रह गई। एक सिपाही उसे उठाकर राजा के पास ले गया। राजा ने उसे सौन्दर्य की मूर्ति जानकर अपनी रानी बना ली। कालान्तर में जब वेदविचक्षण बड़ा हो गया। तब उसे घर सौंप कर वेदसार ब्राह्मण अपनी पत्नी की खोज के लिये निकल पड़ा। Hain Education international For Personer & Private Use Only सिपाही कामलक्ष्मी को पकड़कर राजा के पास ले गया। o
SR No.004221
Book TitlePaschattap
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGunratnasuri
PublisherJingun Aradhak Trust
Publication Year
Total Pages116
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, C000, & C020
File Size18 MB
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