SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 114
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ टेन्सन टु पीस To terania टेन्शन टु पीस गुज., हिन्दी १०/ विश्व भर के टेन्यानों से भरे हुए मानव के मन के लिये शांति के विविध प्रयोगों को बताने वाली यह पुस्तक है। Jain Education International TREY चलो सिद्धगिरि चले हिन्दी, गुज., अंग्रेजी २००/ शत्रुंजय महातीर्थ के प्रत्येक स्थान की संपूर्ण जानकारी और उनके ऐतिहासिक वर्णन के साथ संपूर्ण भावयात्रा का हूबहू विवेचन करती हुई यह पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिए। रंगीन चित्रों के साथ छपी हुई यह आकर्षक सर्व प्रथम पुस्तक शत्रुंजय महातीर्थ की यात्रा करने व करवाने में सभी को विशेष उपयोगी बनेगी। Est वार्स यदि त्या रे कर्म तेरी गति न्यारी गुज., हिन्दी = २०/ आत्मा प्रत्येक समय में किस प्रकार, कौन-कौन से कर्म बांधती है ? और उन कर्मों का क्या-क्या फल होता है ? इस प्रकार के विशेष तत्वज्ञान वाली यह पुस्तक गुजराती में है। For Personal & Private Use Only द Ple श्री शत्रुंजय आदि ४ महातीर्थ दिशा दर्शक यन्त्र हिन्दी, गुज., अंग्रेजी ७०/ इस विश्व के किसी भी कोने में रह कर आपको शत्रुंजय, शंखेश्वर, सम्मेतशिखर अपवा नाकोड़ा तीर्थ को भाव से वंदन करने हों, तो अपने स्थान से उन-उन तीथों की दिशा बतानेवाला यह पन्त्र आज ही बसा लीजिए। पूज्य श्री द्वारा प्रस्तुत उत्तम साहित्य जैन रामायण जैन रामायण हिन्दी, अंग्रेजी, गुज. ४००/ राज्य के हक को तिलांजलि देक राम का पिताश्री के प्रति समर्प भाव, सुशील पत्नी का त्याग क वाले राम के प्रति सीताजी क समपर्ण भाव, वृद्ध को देखक दशरथ की, चाचा की मृत्यु देखकर लवकुश की और सूर्या को देखकर हनुमानजी की दी वगैरह कौटुम्बिक संस्कारी अ आध्यात्मिक संस्कारो के लिए ज पहिये सचित्र जैन रामायण | www.jainelibrary.org.
SR No.004221
Book TitlePaschattap
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGunratnasuri
PublisherJingun Aradhak Trust
Publication Year
Total Pages116
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, C000, & C020
File Size18 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy