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________________ 5 प्रवेश करते समय दाई ओर एक देवरी में : 1. श्री सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ भगवान की (मूलनायक ) श्याम पाषाण की (चार भागो में नाग) 13" व नाग तक 39" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2050 का लेख हैं । 2. 3. 1. 2. मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 प्रथम मंजिल पर : 3. 1. श्री धरणेन्द्र देव की (मूलनायक के दाएं ) श्याम पाषाण की 11 " ऊँची प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं हैं। श्री पद्मावती देवी (मूलनायक के बाएं) श्याम पाषाण की 11 " ऊँची प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं है । Jain Education International श्री सुमतिनाथ भगवान की (मूलनायक ) श्याम पाषाण की 25" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2047 ज्येष्ठ शुक्ला 11 का लेख है । श्री नेमिनाथ भगवान की (मूलनायक के दाएं ) श्याम पाषाण की 11" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2047 का लेख हैं । उत्थापित चल प्रतिमाएँ व यंत्र धातु की : श्री पार्श्वनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्याम पाषाण की 11" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2047 का लेख हैं । श्री श्रेयांसनाथ भगवान की 9" ऊँची पंचतीर्थी प्रतिमा है। इस पर संवत् 2045 का लेख है। For Pers 82 ate Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004220
Book TitleMewar ke Jain Tirth Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Bolya
PublisherAthwa Lines Jain Sangh
Publication Year2011
Total Pages304
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size41 MB
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