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उदाहरणभगण भगण भगण ग ग ऽ। ।। ।। ।ऽऽ लग्गु थुणेहुँ पयत्थ विचित्तं 12 345 6 7 8 91011 भगण भगण भगण ग ग ऽ। ।। ।। । 55 णाय णराण सुराण विचित्तं। 12 345 678 91011
- पउमचरिउ 71.11.1 अर्थ- उसके अनन्तर, रावण विचित्र स्तोत्र पढ़ने लगा, नागों, नरों और देवताओं में विचित्र। 23. तोट्टक छन्द लक्षण- इसमें दो चरण होते हैं (द्विपदी)। प्रत्येक चरण में चार सगण (115 + IIs + IIS + IIS) व 12 वर्ण होते हैं। उदाहरणसगण सगण सगण सगण ।। ।। ।। ।। । अह एक्कु चमक्कु वहंतु मणे, 1 2 34 567 8910 1112
सगण सगण सगण सगण ।। ।। ।। ।। ।। इल - रक्खु समक्खु पहुत्तु खणे। 1 2 3 4 567 8910 1112
सुदंसणचरिउ 2.13.5
अपभ्रंश अभ्यास सौरभ (छंद एवं अलंकार)
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