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1.
आवाज करनाः
संखा
अलग होना:
णिव्वड
3. निश्चेष्ट होना अथवा
चेष्टा रहित होनाः
णिह
श्रम करनाः
वावम्फ
फैलना:
2.
4.
5.
6.
7.
8.
9.
10.
विविध प्राकृत क्रियाएँ एकार्थक एकविध क्रियाएँ
अकर्मक
पसर
अनाचरण करना अथवा नीचे
जाना:
थक्क
बैठनाः
णुमज्ज
जँभाई लेना
जम्भा
उछलना अथवा कूदनाः
उत्थल्ल
शोभना अथवा विराजनाः
ओवास
प्राकृत-हिन्दी- व्याकरण ( भाग - 2 )
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20.
21.
भूँकनाः
भुक्क
बैठनाः
अच्छ
लड़नाः
जुज्झ
आसक्त होना:
गिज्झ
सिद्ध होना अथवा निष्पन्न होना:
सिज्झ
खिन्न होना:
सड
गिरनाः
पड
बढ़नाः
वड्ढ
सम्पन्न होना अथवा मिलना:
संपज्ज
खेद करना अथवा अफसोस
करनाः
खिज्ज
नाचनाः
णच्च
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