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निशीथ.सूत्र
४२. जो भिक्षु पुष्प को वीणा की तरह करता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है। ४३. जो भिक्षु फल को वीणा की तरह करता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है। ४४. जो भिक्षु बीज को वीणा की तरह करता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है।
४५. जो भिक्षु हरियाली - हरी घास आदि को वीणा की तरह करता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है।
४६. जो भिक्षु मुख को वीणा की तरह बजाता है - मुख से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है।
४७. जो भिक्षु दाँतों से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन
करता है।
४८. जो भिक्षु होठों से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है।
४९. जो भिक्षु नासिका से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है। . ५०. जो भिक्षु काँख से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है।
५१. जो भिक्षु हाथ से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन . करता है।
५२. जो भिक्षु नख से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है।
५३. जो भिक्षु (वृक्ष विशेष के) पत्ते से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है।
५४. जो भिक्षु पुष्प से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है।
५५. जो भिक्षु फल से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन करता है।
५६. जो भिक्षु बीज से वीणा जैसी ध्वनि निकालता है या वैसा करते हुए का अनुमोदन
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