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'देव-प्रकार -
... २८६ ___ २८६
विषय . पृष्ठ| विषय
पृष्ठ कषाय-भेद २७४-२७८ चतुर्विध अवगाहना
२९७-९८ कर्म प्रकृतियों का उपचय आदि २७९ अंग-बाह्य प्रज्ञप्तियाँ
२९७-९८ चार प्रकार की प्रतिमाएँ
२७९/ चतुर्थ स्थान : द्वितीय उद्देशक अस्तिकाय और अजीवकाय
२८० | प्रतिसंलीन और अप्रतिसंलीन . २९९ फल.और मनुष्य ... २८० दीन और अदीन
३००-३०१ सत्य-मृषा एवं प्रणिधान विश्लेषण २८०-८१ | आर्य और अनार्य
. ३०२. पुरुष-विश्लेषण - २८२-२८४ वृषभ और पुरुष
३०३-३०४ इन्द्रों के लोकपाल
हाथी और पुरुष
३०५-३०७ विकथा के भेद
३०८-११ प्रमाण
|धर्म-कथा के भेद
३०८-११ दिक्-कुमारियाँ, विद्युतकुमारियाँ
चार प्रकार के पुरुष ... ३१२ मध्यम-परिषद के देवों की स्थिति
केवल ज्ञान दर्शन के बाधक-साधक कारण ३१२-१४ संसार के भेद
स्वाध्याय-अस्वाध्याय "चतुर्विध दृष्टिवाद
लोक-स्थिति
.३१४ "चतुर्विध प्रायश्चित्त
२८७-८८ पुरुष के भेद
३१४-१५ चतुर्विध काल पुद्गल-परिणाम
३१५-१६ चतुर्विध महाव्रत निरूपण
पुरुष और स्त्रियों के भेद
३१७-२० दुर्गति एवं सुगति
आपवादिक विधान :
. ३२१ काश-क्षीणता
तमस्काय
३२१-२२ हास्योत्पत्ति-स्थान
चार प्रकार के पुरुष
३२२ चतुर्विध अन्तर
सेना और साधक
३२३ भृतक-भेद
२९३ चार प्रकार के कषाय और उनकी उपमाएँ ३२४-३२५ पुरुष-भेद
२९३ संसार, आयु, भव और आहार के भेद ३२७ -लोकपालों की अग्रमहिषियों - २९४-२९६ / बन्ध, उपक्रम, अल्प बहुत्व के भेद ३२८ गोरस-विगय, स्नेह-विगय, महाविगय २९७-९८ संक्रम निद्यत निकाचित के भेद । ३२८ कूटागार, कूटागार-शालाएँ २९७-९८ एकत्व भेद, कति-भेद
३३२
- ३१४
२८९ / चतुर्विध गर्दा
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