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प्रमाण चार प्रकार का बतलाया गया है
१. द्रव्य प्रमाण २. क्षेत्र प्रमाण ३. काल प्रमाण
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तथा ४. भाव प्रमाण ।
य २ ।
अनुयोगद्वार
से किं तं दव्वप्पमाणे?
दव्वप्पमाणे दुविहे पण्णत्ते । तंजहा - पएसणिप्फण्णेय १ विभागणिणे
(१३३)
१. द्रव्य प्रमाण
भावार्थ - द्रव्य प्रमाण कितने प्रकार का है?
द्रव्य प्रमाण दो प्रकार के परिज्ञापित हुए हैं - १. प्रदेशनिष्पन्न तथा २. विभागनिष्पन्न । प्रदेशनिष्पन्न द्रव्यप्रमाण
से किं तं पएसणिप्पण्णे?
पसणिप्फण्णे परमाणुपोग्गले, दुपएसिए जाव दसपएसिए, संखिजपएसिए, असंखिज्जपएसिए, अणंतपएसिए। सेत्तं पएसणिप्फण्णे ।
भावार्थ - प्रदेशनिष्पन्न द्रव्यप्रमाण का क्या स्वरूप है?
प्रदेशनिष्पन्न द्रव्य प्रमाण परमाणु पुद्गल द्विप्रदेशों यावत् दस प्रदेशों, संख्यात प्रदेशों, असंख्यात प्रदेशों और अनंत प्रदेशों से निष्पन्न होता है।
विभागनिष्पन्न द्रव्य प्रमाण
४. गणमान ५. प्रतिमान ।
से किं तं विभागणिफण्णे?
विभागणिफणे पंचविहे पण्णत्ते । तंजहा - माणे १ उम्माणे २ अवमाणे ३ गणिमे ४ पडिमाणे ५१
भावार्थ - विभागनिष्पन्न द्रव्य प्रमाण कितने प्रकार का होता है?
विभागनिष्पन्न द्रव्य प्रमाण पांच प्रकार का है
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१. मान २. उन्मान ३. अवमान
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