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औपनिधिकी द्रव्यानुपूर्वी
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औपनिधिकी द्रव्यानुपूर्वी से किं तं उवणिहिया दव्वाणुपुव्वी ?
उवणिहिया दव्वाणुपुव्वी तिविहा पण्णत्ता। तंजहा - पुव्वाणुपुव्वी १ पच्छाणुपुव्वी २ अणाणुपुव्वी य ३।
भावार्थ - औपनिधिकी द्रव्यानुपूर्वी किस प्रकार की है?
औपनिधिकी द्रव्यानुपूर्वी तीन तरह की बतलाई गई है - १. पूर्वानुपूर्वी २. पश्चानुपूर्वी ३. अनानुपूर्वी।
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१. पूर्वानुपूर्वी से किं तं पुव्वाणुपुव्वी?
पुव्वाणुपुव्वी - धम्मत्थिकाए १ अधम्मत्थिकाए २ आगासत्थिकाए ३ जीवत्थिकाए ४ पोग्गलत्थिकाए ५ अद्धासमए ६। सेत्तं पुव्वाणुपुव्वी।
भावार्थ - पूर्वानुपूर्वी किस प्रकार की है?
पूर्वानुपूर्वी - १: धर्मास्तिकाय २. अधर्मास्तिकाय ३. आकाशास्तिकाय.४. जीवास्तिकाय ५. पुद्गलास्तिकाय एवं ६. अद्धाकाल - कालरूप है। यह पूर्वानुपूर्वी का स्वरूप है।
विवेचन - धर्मास्तिकाय आदि का पूर्वानुक्रम के अनुसार प्रथम, द्वितीय, तृतीय आदि के रूप में पूर्व से लेकर आगे तक की गणना करना, कथन करना पूर्वानुपूर्वी है।
२. पश्चानुपूर्वी से किं तं पच्छाणुपुव्वी? पच्छाणुपुव्वी - अद्धासमए ६ पोग्गलत्थिकाए ५. जीवत्थिकाए ४ आगासत्थिकाए ३ अधम्मत्थिकाए २ धम्मत्थिकाए १। सेत्तं पच्छाणुपुव्वी।
भावार्थ - पश्चानुपूर्वी का क्या स्वरूप है?
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