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जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र
१३७२५
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हे गौतम! तब वह प्रतिमुहूर्त ५११८ १९०५ योजन पार करता है। .
इस क्रमानुसार संक्रमण करता हुआ चन्द्रमा एक-एक मंडल पर ३.१२. योजन मुहूर्त गति कम करता हुआ सर्वाभ्यंतर मंडल को उपसंक्रांत कर गति करता है।
नक्षत्र-मण्डल आदि
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(१८२) कइ णं भंते! णक्खत्तमण्डला पण्णता? गोयमा! अट्ठ णक्खत्तमण्डला पण्णत्ता। जम्बुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइयं ओगाहित्ता केवइया णक्खत्तमंडला पण्णत्ता?
गोयमा! जम्बुद्दीवे दीवे असीयं जोयणसयं ओगाहेत्ता एत्थ णं दो णक्खत्तमंडला पण्णत्ता।
लवणे णं भंते! समुद्दे केवइयं ओगाहेत्ता केवइया णक्खत्तमंडला पण्णत्ता?
गोयमा! लवणे णं समुद्दे तिण्णि तीसे जोयणसए ओगाहित्ता एत्थ णं छ णक्खत्तमंडला पण्णत्ता, एवामेव सपुव्वावरेणं जम्बुद्दीवे दीवे लवणसमुद्दे अट्ठ णक्खत्तमंडला भवंतीतिमक्खायं।
सव्वन्भंतराओ णं भंते! णक्खत्तमंडलाओ केवइयाए अबाहाए सव्वबाहिरए णक्खत्तमंडले पण्णत्ते? .
गोयमा! पंचदसुत्तरे जोयणसए अबाहाए सव्वबाहिरए णक्खत्तमंडले पण्णत्ते।
णक्खत्तमंडलस्स णं भंते! णक्खत्तमंडलस्स य एस णं केवइयाए अबाहाए अंतरे पण्णत्ते? . गोयमा! दो जोयणाई णक्खत्तमंडलस्स य णक्खत्तमंडलस्स य अबाहाए अंतरे पण्णत्ते।
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