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________________ ९५ प्रवर्तिनी द्वारा निर्देशित पद : करणीयता kakkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkk समुक्कसियव्वा, ताए व णं समुक्किट्ठाए परो वएजा-दुस्समुक्किटुं ते अज्जे ! णिक्खिवाहि ताए णं णिक्खिवमाणाए णत्थि केइ छए वा परिहारे वा, जाओ साहम्मिणीओ अहाकप्पं णो उट्ठाए विहरंति सव्वासिं तासिं तप्पत्तियं छए वा परिहारे वा॥१४३॥ पवत्तिणी य ओहायमाणी अण्णयरं वएजा-मए णं अज्जे ! ओहावियाए समाणीए इयं समुक्कसियव्वा, सा य समुक्कसणारिहा समुक्कसियव्वा, सा य णो समुक्कसणारिहा णो समुक्कसियव्वा, अत्थि या इत्थ अण्णा काई समुक्कसणारिहा सा समुक्कसियव्वा, णत्थि या इत्थ अण्णा काइ समुक्कसणारिहा सा चेव समुक्कसियव्वा, ताए व णं समुक्किट्ठाए परो वएजादुस्समुक्किटुं ते. अज्जे ! णिक्खिवाहि ताए णं णिक्खिवमाणाए णत्थि केइ छए वा परिहारे वा, जाओ साहम्मिणीओ अहाकप्पं णो उट्ठाए विहरति सव्वासिं तासिं तप्पत्तियं छए वा परिहारे वा॥१४४॥ ___भावार्थ - १४३. रोगग्रस्त प्रवर्तिनी किसी अन्य - विशिष्ट साध्वी से कहे - हे आर्ये! मेरे कालगत हो जाने पर इस - अमुक साध्वी को मेरे पद पर प्रस्थापित कर देना। यदि प्रवर्तिनी द्वारा निर्दिष्ट साध्वी उस पद पर मनोनीत किए जाने योग्य हो तो उसे उस पद पर मनोनीत करना चाहिए। यदि वह पद के योग्य न हो तो उसे पद पर मनोनीत नहीं करना चाहिए। वहाँ - उस समुदाय में कोई दूसरी साध्वी पर के योग्य हो तो उसे पद पर स्थापित करना चाहिए। ___यदि दूसरी कोई साध्वी पद योग्य न हो तो उसी (प्रवर्त्तिनी द्वारा निर्दिष्ट) साध्वी को पद पर प्रस्थापित करना चाहिए। ___ उसे पद पर स्थापित करने पर कोई अन्य स्थविरा (विज्ञा) साध्वी कहे - आर्ये! तुम इस पद के योग्य नहीं हो, अतः इस पद से हटे जाओ - पद का त्याग कर दो। ऐसा कहे जाने पर वह (पद पर नियुक्त) साध्वी यदि पद को छोड़ देती है तो उसे दीक्षा-छेद या परिहार-तप रूप प्रायश्चित नहीं आता है। साधर्मिक साध्वियाँ यदि उस (पद पर मनोतीत) साध्वी को पद से हटने का न कहे तो Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004177
Book TitleTrini Ched Sutrani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2007
Total Pages538
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_bruhatkalpa, agam_vyavahara, & agam_dashashrutaskandh
File Size11 MB
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