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॥ णमो सिद्धाणं॥
त्रीणि छेदसूत्राणि दशाश्रुतस्कन्ध सूत्र
पढमा दसा - प्रथम दशा
. बीस असमाधिस्थान ___ सुयं मे आउसं ! तेणं भगवया एवमक्खायं, इह खलु थेरेहिं भगवंतेहिं वीसं . असमाहि( ठा)ट्ठाणा पण्णत्ता, कयरे खलु ते थेरेहिं भगवंतेहिं वीसं असमाहिट्ठाणा पण्णत्ता?
इमे खलु ते थेरेहिं भगवंतेहिं वीसं असमाहिट्ठाणा पण्णत्ता। तंजहादवदवचारी यावि भवइ॥१॥ अपमजियचारी यावि भवइ॥२॥ दुप्पमज्जियचारी यावि भवइ ॥३॥ अइरित्तसेज्जासणिए॥४॥ राइणियपरिभासी॥५॥ थेरोवघाइए॥६॥ भूओवघाइए॥७॥ संजलणे॥८॥ कोहणे॥९॥ पिट्ठिमंसिए ॥१०॥
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