SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 870
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ आगम (१४) “जीवाजीवाभिगम" - उपांगसूत्र-३ (मूलं+वृत्ति:) प्रतिपत्ति : [९], --------------------- उद्देशक: [-], ------------------- मूलं [२४३] मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित...........आगमसूत्र - [१४], उपांग सूत्र - [३] "जीवाजीवभिगम" मूलं एवं मलयगिरि-प्रणीत वृत्ति: प्रत सूत्रांक [२४३] श्रीजीवा जीनाभि मलयगिरीयावृत्तिः ॥४३३॥ उक्कस्सेणं एगिदियाणं वणस्सतिकालो, बेईदियतेइंदिघचाउरिदियाणं संखेनं कालं पंचंदियाणं सागरोवमसहस्सं सातिरेग ।। पढमसमयएगिदियाणं केवतियं अंतर होति ?, गोयमा! जहन्नेणं दो खुट्टागभवग्गहणाई समऊणाई, उक्को० वणस्सतिकालो, अपडमएगिदिय. अंतरं जहपणेणं खुहागं भवग्गहणं समयाहियं उको दो सागरोवमसहस्साई संखेजवासमभहियाई, सेसाणं सम्बेसिं पढमसमयिकाणं अंतरं जह० दो खुड्डाई भवग्गहणाई समऊणाई उको० वणस्सतिकालो, अपढमसमयिकाणं सेसाणं जहपणेणं खुट्टागं भवग्रहणं समयाहियं 'उको० वणस्सतिकालो ।। पढमसमइयाणं सब्वेसि सव्वत्थोवा पढमसमयपंचे दिया परम चरिंदिया बिसेसाहिया पढमतेइंदिया विसेसाहिया प० बेइंदिया विसेसाहिया प० एगिदिया विसेसाहिया । एवं अपढमसमयिकावि णवरि अपतमसमयएगिदिया अणंतगुणा । दोहं अप्पबहू, सब्वस्थोषा पढमसमयएगिदिया अपढमसमयएगिदिया अणंतगुणा सेसाणं सव्वस्थोचा पढमसमयिगा अपढम० असंखेजगुणा ।। एतेसिणं भंते! पढमसमयएगिदियार्ण अपढमसमयएगिदियाणं जाव अपढमसमयपंचिंदियाण य कयरे २१, सव्वत्थोवा पढमसमयपंचेंदिया पढमसमयचउरिंदिया बिसेसाहिया पढमसमयतेइंदिया विसेसाहिया एवं हेहामुहा जाव पढमसमयएगिदिया विसेसाहिया अपढमसमयपंचेंदिया असंखेजगुणा अपढमसमयचरिंदिया विसेसाहिया जाव ९.तिपत्ती प्रथमसमबकादीनां स्थिातकायस्थित्यन्तराल्पबहुत्वानि उद्देशः २ दीप अनुक्रम [३६८] सू०२४३ अत्र मूल-संपादने शिर्षक-स्थाने एका स्खलना वर्तते- एता प्रतिपतौ न कोऽपि उद्देशक: वर्तते, तत् कारणात् अत्र “उद्देश: २" इति निरर्थकम् मुद्रितं ~869~
SR No.004114
Book TitleAagam 14 JIVAJIVABHIGAM Moolam evam Vrutti
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherDeepratnasagar
Publication Year2014
Total Pages938
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_jivajivabhigam
File Size230 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy