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________________ आगम (१०) “प्रश्नव्याकरणदशा” - अंगसूत्र-१० (मूलं+वृत्ति:) श्रुतस्कन्ध: [१], ----------------------- अध्ययनं [४] -------- --------- मूलं [१५...] मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित...........आगमसूत्र - [१०], अंग सूत्र - [१०] “प्रश्नव्याकरणदशा" मूलं एवं अभयदेवसूरि-रचित वृत्ति: प्रत सूत्रांक [१५] तथा तांश्चानुभूय, तेऽपि आसतामपरे, उपनमन्ति-प्राप्नुवन्ति मरणधर्म-मृत्युलक्षणं जीवपर्यायं अवितृप्ताः-- अतृप्ताः कामानां-अब्रह्माङ्गानाम् । भुजो भुजो बलदेववासुदेवा य पवरपुरिसा महाबलपरक्कमा महाधणुवियट्टका महासत्तसागरा दुद्धरा घणुद्धरा नरवसभा रामकेसवा भायरो सपरिसा वसुदेवसमुद्दविजयमादियदसाराणं पजुन्नपतिवसंवअनिरुद्धनिसहउम्मुयसारणगयसुमुहदुम्मुहादीण जायवाणं अछुट्टाणयि कुमारकोडीणं हिययदयिया दे वीए रोहिणीए देवीए देवकीए य आणंदहिययभावनंदणकरा सोलसरायवरसहस्साणुजातमग्गा सोलसदेवीसहस्सवरणयणहिययदइया णाणामणिकणगरयणमोत्तियपवालधणधन्नसंचयरिद्धिसमिद्धकोसा हयगयरहसहस्ससामी गामागरनगरखेडकब्बडमडंबदोणमुहपट्टणासमसंवाहसहस्सथिमिणिवुयपमुदितजणविविहसासनिष्फज्जमाणमेइणिसरसरियतलागसेलकाणणआरामुजाणमणाभिरामपरिमंडियस्स दाहिणडवेयहगिरिविभत्तस्स लवणजलहिपरिगयस्स छचिहकालगुणकामजुत्तस्स अद्धभरहस्स सामिका धीरकित्तिपुरिसा ओहवला अइबला अनिहया अपराजियसत्तुमद्दणरिपुसहस्समाणमहणा साणुकोसा अमच्छरी अ. चवला अचंडा मितमंजुलपलावा हसियगंभीरमहुरभणिया अन्भुवगयवच्छला सरपणा लक्खणवंजणगुणोषवेया माणुम्माणपमाणपडिपुन्नसुजायसव्वंगसुंदरंगा ससिसोमागारकतपियदसणा अमरिसणा पयंडडंडप्पयारगंभीरदरिसणिज्जा तालद्धउब्बिद्धगरुलकेऊ बलवगगजंतदरितदप्पितमुट्ठियचाणूरमूरगा रि दीप अनक्रम [१९]] REaurana ~146~
SR No.004110
Book TitleAagam 10 PRASHNA VYAKARANAM Moolam evam Vrutti
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherDeepratnasagar
Publication Year2014
Total Pages335
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_prashnavyakaran
File Size76 MB
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