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जैनधर्म दर्शन में तनाव और तनावमुक्ति
यह तनाव किसी भी स्थिति में उत्पन्न हो सकता है। वह व्यक्ति को कुण्ठित, निराश, क्रोधी और चिन्ताग्रस्त बना देता है ।" 17
रिचर्ड एस. के अनुसार
"व्यक्ति की व्यक्तिगत एवं सामाजिक-आवश्यकताएँ जितनी अधिक होती हैं, उसकी चाह उससे कहीं अधिक होती है। इस चाह की अपूर्णता के कारण व्यक्ति के शरीर एवं मन में जो घटित होता है, उसे ही तनाव कहते हैं । "18
रिबिक्का. जे. फेरी के अनुसार
" तनाव बाह्य मांगों (चाह) एवं दबाव से शारीरिक संरचना में होने वाला परिवर्तन है। 19
"
अन्य परिभाषाएं
1.
व्यक्ति की वैयक्तिक - चेतना और उसके बाह्य वातावरण के बीच जो असंतुलन उत्पन्न होता है, उसे तनाव कहते हैं। 20
18
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2.
विज्ञान की दृष्टि में तनाव की एक परिभाषा यह भी मिलती है कि किसी व्यक्ति के मानस पर जो बाह्य - दबाव बनता है, उसे तनाव कहते हैं। व्यक्ति की जितनी अपनी क्षमता है, जब उससे अधिक दबाव
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17 Stress in the body's reaction to a change that requires a physical, mental or emotional adjustment or responses stress can come from any situation or throught that Makes you feel frustrated angry, nervous or even anxious
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By kirsti A Dyes MD. mstt from about.com.
According to Richard s Lazarus stress is a feeling experienced when a pesson thinks that "The demands exceed the Personal and Social resources the individual is able to mobilize. KTTP. || m fatfreekitchen.com.
Stress is defined as an organisms total response to environmental demands or pressures, Rebecca.J. Frey, stress answers.com
The Most common view or stress is that it is seen as a Stransaction between the individual and the environment. www. effective-timemanagement-strategiess.com.
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