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शतक २५ उद्देशक १०
अभव्य जीवों की उत्पत्ति
१ प्रश्न-अभवसिद्धियणेरइया णं भंते ! कहं उववज्जति ?
१ उत्तर-गोयमा ! से जहाणामए पवए पवमाणे-अवसेसं तं चेव एवं जाव वेमाणिए ।
* 'सेवं भंते ! सेवं भंते !' त्ति *
॥ पणवीसइमे सए दसमो उद्देसो समत्तो॥ भावार्थ-१ प्रश्न-हे भगवन् ! अभवसिद्धिक नैरयिक किस प्रकार उत्पन्न होते हैं ?
१ उत्तर-हे गौतम ! पूर्वोक्त कोई कूदने वाले पुरुष के समान यावत् वैमानिक पर्यन्त ।
॥ पच्चीसवें शतक का दसवां उद्देशक सम्पूर्ण ॥
शतक २५ उद्देशक ११
सम्यगदष्टि जीवों की उत्पत्ति
१ प्रश्न-सम्मदिट्ठिणेरइया णं भंते ! कहं उववज्जति ?
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