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________________ भगवती सूत्र - श. २५ उ. ४ पुद्गल सकम्म निष्कम्प भावार्थ ये - ९९ प्रश्न - हे भगवन् ! पूर्वोक्त सकम्प और निष्कम्प अनम्त प्रदेशी स्कन्ध में कौन किससे यावत् विशेषाधिक हैं ? ९९ उत्तर - हे गौतम! अनन्त प्रदेशी निष्कम्प स्कन्ध सब से थोड़े हैं । उनसे सकम्प अनन्त प्रदेशी स्कन्ध अनन्त गुण है । ३३१६ १०० प्रश्न - एएसि णं भंते ! परमाणुपोग्गलाणं संखेज़पए सियाणं, असंखेज्जप सियाणं, अनंतपएसियाण य खंधार्ण सेयाणं णिरेयाण यं दव्वट्टयाए परसट्टयाए दष्वट्टपरसट्टयाए कयरे कयरे० जाव विसेसाहिया वा ? १०० उत्तर - गोयमा । १ सव्वत्थोवा अणतपरसिया खंधा णिरेया दबट्टयाए २ अनंतपएसिया खंधा सेया दव्वट्टयाए अनंतगुणा ३ परमाणुोग्गला सेया दव्वट्टयाए अनंतगुणा ४ संखेज्जपएसिया खंधा सेया दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणा ५ असंखेजपएसिया खंधा सेया दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणा ६ परमाणुपोग्गला णिरेया दव्वट्टयाए असंखेजगुणा ७ संखेजपरसिया खंधा णिरेया दव्वट्टयाए संखेज्ज - गुणा ८ असंखेजपरसिया खंधा णिरेया दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणा । परसट्टयाए एवं चेव । णवरं परमाणुपोग्गला अपएसट्टयाए भाणि - यव्वा । संखेज्जपएसिया खंधा णिरेया परसट्टयाए असंखेज्जगुणा, सेसं तं चैव । भावार्थ - १०० प्रश्न - हे भगवन् ! सकम्प और निष्कम्प परमाणु-पुद्गल, Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004092
Book TitleBhagvati Sutra Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size11 MB
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