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क्रमांक विषय पृष्ठ / क्रमांक विपय
पृष्ठ उद्देशक १२, १३, १४ मरणसमुद्घात ५६७ उदधि कुमार दिश कुमार स्तनित ।
उद्देशक ७ कुमार
२५९० / ५८३ ऊर्ध्व लोक्स्थ पृथ्वीकायिक का शतक १७
___मरण-समुद्घात - उद्देशक १
उद्देशक ८ ५६८ गजराज को गति आगति २५६४ | ५८४ अधो अप्कायिक का मरण-समुद्घात २६३६ ५६९ पुरुष और ताल-वृक्ष को क्रिया २५९५
उद्देशक ९ ..." ५७० शरीर इन्द्रियाँ योग २६०१ ५८५ ऊलोकस्थ अप्कायिक का मरण५७१ औदयिकादि भाव २६०३ ___ समुद्घात
२६३७ उद्देशक २
उद्देशक १० . ५७२ धर्मी अधर्मी और धर्माधर्मी २६०५ | ५८६ अधो वायकायिक का मरण५७३ बाल पण्डित और बालपण्डित २६०७
समुद्घात
२६३८ ५७४ जीव और आत्मा की अभिन्नता २६१० . ५७५ रूपी, अरूपी नहीं बनता।
उद्देशक ११ सर्वज्ञसाक्षी
२६१२३५८७ ऊर्ध्व वायुकायिक का मरण. उद्देशक ३
समुद्घात .
२६३६ ५७६ शैलेशी अनगार की निष्कम्पता २६१५ ___ उद्देशक १२ ५७७ चलना के प्रकार
२६१८८८ जीवों के आहारादि की सम५७८ संवेगादि धर्म का अंतिम फल २६२१ | विषमता
२६४० उद्देशक ४
. उद्देशक १३ ५७९ आत्म-स्पृष्ट क्रिया
२० | ५८६ नागकुमारादि के आहार की सम५८० आत्मकृत सुख दुःख और वेदना २६२७. /
विषमता
२६४२ उद्देशक ५ ५९० उद्देशक १४
२६४३ ५८१ ईशानेन्द्र की सुधर्मा सभा २६२९ | ५९१ उद्देशक १५
२६४३ उद्देशक ६ ५९२ उद्देशक १६ .
२६४४ ५८२ नरक पृथ्वीकायिक जीवों का '५९३ उद्देशक १७ ।
२६४४.
पकार
२६२४
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