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भगवत। सूत्र---श. ८ उ. १० लोकाकाश और जीव के प्रदेश
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है, या एक द्रव्य-देश है-इत्यादि पूर्वोक्त प्रश्न ?
१९ उत्तर-हे गौतम ! कथंचित् एक द्रव्य है, कथंचित् एक द्रव्य-देश है, यावत् कथंचित् बहुत द्रव्य और एक द्रव्य-देश है, यहां तक सात भंग कहना चाहिये । परन्तु बहुत द्रव्य और बहुत द्रव्यदेश नहीं है ।
२० प्रश्न-हे भगवन् ! पुद्गलास्तिकाय के चार प्रदेश, एक द्रव्य है, या एक द्रव्य-देश है, इत्यादि पूर्वोक्त प्रश्न ?
२० उत्तर-हे गौतम ! (१) कथंचित् एक द्रव्य है, (२) कथंचित् एक द्रव्य-देश है, इत्यादि आठ भंग कहना चाहिये । जिस प्रकार चार प्रदेशों के विषय में कहा, उसी प्रकार पांच, छह, सात, यावत् असंख्य प्रदेशों तक कहना चाहिये।
२१ प्रश्न-हे भगवन् ! पुद्गलास्तिकार्य के अनन्त प्रदेश--एक द्रव्य है, या एक द्रव्य-देश है, इत्यादि पूर्वोक्त प्रश्न ? . २१ उत्तर-हे गौतम ! पहले कहे अनुसार इस में भी आठ भंग कहना चाहिये ।
लोकाकाश और जीव के प्रदेश
२२ प्रश्न-केवइया णं भंते ! लोगागासपएसा पण्णत्ता ?
२२ उत्तर-गोयमा ! असंखेजा लोगागासपएसा पण्णता ? .. २३ प्रश्न-एगमैगस्स णं भंते ! जीवस्स केवइया जीवपएसा पण्णता ?
२३ उत्तर-गोयमा ! जावइया लोगोगासपएसा, एगमेगस्स णं जीवस्स एवइया जीवपएसा पण्णत्ता ।
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