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भगवती सूत्र-श. ६ उ. ५ लोकान्तिक देव
१०२१
४० प्रश्न-हे भगवन् ! आदित्य देव कहाँ रहते हैं ?
४० उत्तर-हे गौतम ! आदित्य देव अचिमाली विमान में रहते हैं। इस प्रकार यथानुपूर्वी से यावत् रिष्ट विमान तक जान लेना चाहिए।
४१ प्रश्न-हे भगवन् ! रिष्ट देव कहाँ रहते हैं ? ४१ उत्तर-हे गौतम ! रिष्ट देव रिष्ट विमान में रहते हैं।
४२ प्रश्न-हे भगवन् ! सारस्वत और आदित्य-इन दो देवों के कितने देव और कितने सौं देवों का परिवार है ? .
__ ४२ उत्तर-हे गौतम ! सारस्वत और आदित्य-इन दो देवों के ७ देव स्वामी और ७०० देवों का परिवार है । वह्नि और वरुण देव, इन दो देवों के १४ देवस्वामी और १४००० देवों का परिवार है । गर्दतोय और तुषित-इन दो देवों के ७ देवस्वामी और ७००० देवों का परिवार है । अव्याबाध, आग्नेय और रिष्ट, इन तीन देवों के ९ देव स्वामी और ९०० देवों का परिवार है।
इन देवों के परिवार की संख्या को सूचित करने वाली गाथा का अर्थ इस प्रकार है-प्रथम युगल में ७०० देवों का परिवार, दूसरे यगल में १४००० देवों का परिवार, तीसरे युगल में ७००० देवों का परिवार और शेष तीन देवों के ९०० देवों का परिवार है। .... ४३ प्रश्न-लोगंतियविमाणा णं भंते ! किंपइट्ठिया पण्णत्ता ? .
४३ उत्तर-गोयमा ! वाउपइट्ठिया पण्णत्ता, एवं णेयव्वं विमा. णाणं पइट्टाणं, बाहुल्लुच्चत्तमेव संठाणं; बंभलोयवत्तव्वया णेयव्वा, जहा जीवाभिगमे देवुद्देसए, जाव-हंता, गोयमा ! असई अदुवा अणंतक्खुत्तो, णो चेव णं देवित्ताए लोगंतियविमाणेसु । · ४४ प्रश्न-लोगंतियविमाणेसु णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णता ?
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