________________
प्रस्तावना
विश्वविद्यालयों, विशेषकर इलाहाबाद, गोरखपुर तथा प्रागरा, के बी०ए० के विद्यार्थियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नीतिशास्त्र के इस संक्षिप्त परिवर्धित संस्करण को प्रस्तुत करने में मुझे प्रसन्नता है ।
दर्शन विभाग, प्रयाग विश्वविद्यालय अक्टूबर १९७७
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
शांति जोशी
*
www.jainelibrary.org