________________
निर्गुणसगुण स्वर ६. सूर्य सक्रान्ति महीने
१०
७. १४ गुणस्थान
१४
१२. दस नाद
१८
१३-१४. सिद्धियां और लब्धियां २०
२१
१६. अजपाजाप
१८. समाधि भेद
२०. से २२. मुद्राबंध, आसन २५. षट्कर्म
२६. जैन अष्टांग से योग दृष्टि .
२६. ध्यान स्वरूप, और स्थान
४२. रोग विशेष निर्णय
४६. कार्य की सफलता
४६. (ङ) स्वरोदय से अग्नि शांत ४६. (झ) रोग प्रतिकार ४६. (ट) स्वरों से शक्ति प्राप्ति ४६. (ड) स्वर और देवता राधना ४७. तत्त्वों की पहचान का उपाय ६२. गर्भ पहचान
७०.
[५]
.८७० [ ६ ] हाथों से मृत्यु ज्ञान.
६३. पुत्र प्राप्ति उपाय ६४. वर्षा प्रश्न
११८
७०. [१०] स्वप्न से मृत्यु ज्ञान १२० ७०. [११-१९] अन्य उपायों से मृत्यु ज्ञान १२० से १२३
७०. [२०] छाया पुरुष से मृत्यु
ज्ञान
७० [२३ से २४] शकुन से काल
ज्ञान
२३
२५
२८
२६
३३
१३२
५७
७० [ थ] प्रश्न द्वारा कालज्ञान १३४ ६५ / ७० [प] आयुर्वेद के कालज्ञान १३५ ६६ ७० [फ] शरीर लक्षणों से काल
ज्ञान
७०. [८] मंत्र से कालज्ञान
७० [ढ] मंत्र द्वारा कालज्ञान
१२३
७०. [२८] यंत्र से कालज्ञोन
. १२८
७०. [ख] अन्य आचार्यों का मत १२६
१३१
६४. (२) फसल उपज का प्रश्न ६४. (७) वशीकरण
६६ | ७६. अजपाजाप ६६ ७७. कुंडलिनी
१०१ | ७९. स्वर बल के कार्य ६४. (१०) छिपी वस्तु का प्रश्न १०१ ८० विपरीत स्वरों का फल ६७. स्वरोदय का वचन अटल ८२. तीन बातें ६८. (६) वैरी मिलाप उपाय १०६ | ८३. स्त्री स्वरोदय शास्त्र
१०५
६६. वशीकरण
१२५ ं
१३८
६८ ७२ | ७१. केवली अठारह दोष रहित १४६ ७३ | ७२. आयु के प्रकार
१४८
७४
७३ कुंडलिनी शक्ति
१४६
९२ | ७४. समाधि में प्रलोभन
१५१
६ ७५. योगी की योगातीत अवस्था १५१
१५३
१५४
१५८
१५६
१६१
१६६
११० ८५. समय और तत्त्व
११३ | ८६. समय तालिका
७०. स्वर द्वारा आयु ज्ञान ७० (२)पोष्णकाल से मृत्यु निर्णय ११५ ८७ परकास प्रवेश विधि (३) नेत्र लक्षण से कालज्ञान ११६ | ८९. ॐ की उत्पत्ति Jain Education Inter aus यु ज्ञान For iq qUTOVॐ का हस्
२२०
२२२
२३८
२५६
www.jainelit2d3rg