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परिशिष्ठ-५ जैनागम सिद्ध मूर्तिपूजा (४८) भगवती सूत्र में "चैत्य" शब्द के प्रयोग की सूची शतक उद्देशक १ १ गुणसिलए नाम "चेइए"होत्था, चेइयेतेणेवउराग च्छई
१ गुण सिलाओ चेइआओछत्तपलाआओ चेइयाओ ५ - गुण सिलाओ चेइआओ पडिनिक्खमइ देवय चेइयं ५ तुंगी दाओनयरीओ पुफ वत्तियाओ चेइयाओ १ मोया नामनयरी नंदणे नामं चेइए मंगल देवयं चेइयं
अरहंतेवा अरहंत चेइयाणिवा जावसोहमो कप्पो नान्न स्थअअ
चेइया ५ १ चंपाए नयरीये पुण्ण भवेनामं चेइये होत्था ७ १० गुणसिलए चेइये गुणसिलाओ चेइयाओ पडिनिक्खमति ८ ७ गुणसिलए चेइये ३२, ३३ वाणियग्गामे दुतिपलासये चेइये बहुसालए चेइयेवण्णाडने
वाणियग्गामे दुतिपलासये चेइय ९ ३३ सावत्थी नामं नयरी केहुए चेइये १० ५ गुणसिलए चेइये दुति पलास चेइये
११ १०, १२ दुतिपलास चेइये। आलंभियानयरी संखाणे चेइये चेइयाउं ___ १२ १, २ सावत्थिनयरी कोट्ठए चेइये। चंदोतरणे चेइये १३५ गुणसिलाओं चेइयाओ
कोट्ठण नाम चेइयं, कोट्ठए चेइये जेणवसमणे भगवं . महावीरे . सावत्थि नयरी कोट्टयाओ चेइयाओ
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